How to take personal loan

 




पर्सनल लोन लिए हैं और ब्याज 12% से अधिक दे रहे हैं तो देखें 🔥 अपना ब्याज दर 10% के नीचे लाना सीखें

जय हिंद दोस्तों, बहुत से लोगों का लोन चल रहा होगा और वह ब्याज दे रहे होंगे 12% या उससे अधिक। तो आज का वीडियो बहुत ही महत्वपूर्ण है। यदि वह 12% से ऊपर का ब्याज दे रहे हैं तो कैसे वह अपने ब्याज दर को 10% के नीचे कर सकेंगे। आज के वीडियो में उसी पर मैं चर्चा करने वाला हूं। जैसा कि आप सभी लोगों को ज्ञात है कि वर्तमान समय में लोन लेकर के बड़ा काम करने का एक ट्रेंड चल चल रहा है और जितने भी नवयुवक इधर सरकारी नौकरी प्राप्त कर रहे हैं वह लोग अब लंबा इंतजार नहीं कर रहे हैं। अगर उनको जमीन लेना है, घर बनवाना है, गाड़ी लेना है तो वह लंबा इंतजार नहीं कर रहे हैं। पहले के लोग पैसा बचाते थे। 20 साल 15 साल नौकरी करने के बाद कुछ काम कर पाते थे। वर्तमान समय के युवा एक साल जैसे ही उनका बीतता है तो उनका दिमाग चलने लगता है कि अब कहीं ना कहीं से कोई बड़ा काम कर लें और जल्दी से सारी सुख सुविधाओं को वह प्राप्त करना चाहते हैं जिसके लिए एक ही रास्ता उनके सामने नजर आता है कि लोन ले लिया जाए और यह काम कर लिया जाए। मैंने बहुत से ऐसे शिक्षकों को देखा है कि जो कि नौकरी पाने के एक दो वर्षों में ही अपना मकान बढ़िया से बनवा लिए लोन लेकर के और आराम से धीरे-धीरे उनका किस्त जा रहा है और सुख सुविधा से वह रह रहे हैं। ऐसे बहुत से कर्मचारियों को आप लोगों ने भी देखा होगा। लेकिन लगभग एक साल के ऊपर या 2 साल तीन साल का जो लोग लोन कराए थे तो उस समय बैंक की ब्याज दर बहुत अधिक हुआ करती थी। चाहे वो एसबीआई से कराए हो चाहे किसी भी बैंक से कराए हो आप देखे होंगे कि या पीएनबी से कराए हो लोन का जो दर है 12% या 12.4 12.8 ऐसे वह लोग अभी भी जमा कर रहे होंगे ब्याज। लेकिन अब वह अपने ब्याज दर को कम कैसे करें? इसके लिए आपको बताना चाहता हूं कि वर्तमान समय में ब्याज दर घटी है और आपको 9.9% पे भी मिल जाएगा। 10.8 पे मिलेगा। लेकिन कैसे 9.9 पे मिलेगा। तो बैंक वाले भी कुछ चालाक हो गए हैं। अब पहले से ही चालाक है। कुछ चालाक नहीं हो गए हैं। यह कहना गलत है। वो पहले से ही ऐसा अपना कंडीशन बनाए रखते हैं कि जैसे अभी आप HDFC बैंक, ICICI आदि बैंकों में जाएंगे तो देखेंगे कि उनका एक है कि अगर 15 लाख से ऊपर का लोन लेते हैं तो 9.9 के करीब वो दे देंगे। 15 से कम लेते हैं तो आपको 10.7 10.9 इस 10.8 इस हिसाब से ब्याज दर लगेगा। बहुत से बैंक है जो 10 लाख से ऊपर के पे 9.9 देंगे और 10 से नीचे लेंगे तो आपका लेकिन आप यहां देख पा रहे होंगे कि भले चाहे 10 लाख से कम लीजिए चाहे 10 लाख से अधिक लीजिए 15 से अधिक लीजिए 15 से कम लीजिए। लेकिन इनका जो दर है 9.9 से आप देखेंगे 10.9 के करीब उसी 1% के बीच में ही आपको देखने को मिलेगा। अब यही है कि 15 लाख से ऊपर ले रहे हैं तो HDFC बैंक में आपको 9.9 के करीब मिल जाएगा। ICICI भी में मिल जाएगा। ऐसा बैंक हमेशा निकालते रहते हैं। ऑफर आप बात करेंगे तो आपको पता चलेगा। तो बहुत से लोग करते क्या है कि जैसे मान लीजिए मेरा ही लोन चल रहा है और मान लीजिए मैंने किसी बैंक से लोन लिया और मेरा ब्याज दर जा रहा है 12 1/2% के हिसाब से मान लीजिए मेरा ब्याज दर जा रहा है और मुझे ऑफर आ गया या वर्तमान में चल ही रहा है वर्तमान में कम है ही कि 9.9 पे आपको मिल जाएगा अब मान लीजिए मेरे मेरा लोन अभी भी मान लीजिए 15 लाख के करीब लोन है अभी बचा हुआ मान लीजिए तो मैं क्या करूंगा मैं सीधे 15 लाख या 16 लाख का लोन 15 से ऊपर पे हमको 9 मिलेगा तो 15 15 सवा 15 का लोन नया नया निकाल करके और उसको बंद कर दूंगा बैंक ही करेगा वो काम आप बैंक में जब जाएंगे अब कहेंगे कि ऐसी स्थितियां है तो बैंक क्या करेगा आपका लोन करके और वह लोन अमाउंट उस बैंक खाते में चाहे ड्राफ्ट के माध्यम से चाहे चेक के माध्यम से किसी भी तरीके से आप जब वहां बात करेंगे तो वो वहां से ट्रांसफर कर देंगे। अर्थात वो धनराश आपको नहीं मिलेगी। वह उन्हीं के उस लोन अमाउंट जो है जो जिस बैंक से लोन है जैसे मान एसबीआई से मान लीजिए लोन है। अब मैं एचडीएफसी से करा रहा हूं। HDFC क्या करेगा? उतना डीडी बना देगा। ठीक है? और वह जाएगा वहां उस बैंक में जमा हो जाएगा एसबीआई में लोन खत्म होगा और नया लोन हमारा एचडीएफसी से चल जाएगा तो इसमें कस्टमर का भी फायदा है और उस बैंक का भी फायदा है बैंक जो लोन देता है तो चाहता है कि हमारा कस्टमर हो हमको भी ब्याज मिले तो एक तो यह हो गया और दूसरा आपका लोन वहां का बंद हो जाएगा ऐसा नहीं कि क्योंकि लोन की एक लिमिट होती है उतना ही मिलता है तो यदि आपने पहले से लिया है और लोन बंद करना है तो आपको सीधे वहां वहां से वो ट्रांसफर करेंगे पैसा या उनहीं के नाम वो ड्राफ्ट बनाएंगे तो आप उस पैसे को ले सकते नहीं है। नहीं तो बहुत से लोग तो लोन इतना ले लेंगे कि जमा ही नहीं कर पाए। ऐसा भी तमाम लोग कर लेते हैं ना बाद में समस्या तो बैंक ऐसा नहीं करता। बैंक रिस्क वाला काम नहीं करता है। तो उनके लिए रास्ता यही है कि जैसे मान लीजिए आपका 15 लाख 16 लाख का लोन चल रहा है और 12 से ऊपर दे रहे हैं तो उतने का ही लोन आप बैंक में बात करिए। HDFC, ICIC RX आद में बात करिए। देख लीजिए कहां कम है। अब आपको जो अगर 9.9 पे मिल रहा है नौ पे या 9 10 में मिल रहा है 10 चार पांच पे मिल रहा है। मतलब आप जब बात करेंगे तो आप देखेंगे और वैसे 15 लाख के ऊपर 9.9 पे ही आपको मिल जाएगा। तो आप क्या करेंगे? लोन करा लीजिए और यहां का पैसा वहां ट्रांसफर हो जाएगा। वह लोन बंद हो जाएगा। अब आपका नया लोन चालू हो जाएगा और नया लोन चालू हो जाएगा तो आप देखेंगे कि आपका फायदा अगर आपको एक दो लाख की और आवश्यकता है तो बढ़ा करके लोन करा लीजिए एक दो लाख आपके पास मिल जाएगा और बाकी आपका बैंक में वहां लोन बंद हो जाएगा तो यह जो तकनीक है मैंने कई लोगों को देखा हमारे एक मित्र हैं एसबीआई का ही कराए थे एसबीआई में 12.4 या कुछ ऐसे करके उनका चल रहा था तो एक बार वो आए बैंक में उसी बैंक में एसबीआई में ही आए तो बैंक मैनेजर खुद से खुद कहे कि इस समय लोन का ब्याज कम रेट ऑफ इंटरेस्ट कम है तो एक दूसरा लोन करा लीजिए इसको बंद कर लीजिए बैंक के सलाह से उन्होंने क्या किया उसी बैंक में एक नया लोन हो गया उनको दो3 लाख और आ सकता था दो3 लाख बढ़ा करके लोन हुआ 3 लाख वो हो गया बाकी वही पैसा उसमें ट्रांसफर हो गया पुराना वाला लोन बंद हो गया और नया लोन हां एक चीज और देखना है अब आप अगर सेम बैंक से करा रहे हैं तब भी और अदर बैंक से करा रहे हैं तब भी यह देखिएगा क्लोजर चार्जेस कितना लग रहा है? आप सब गुणा गणित कर लीजिएगा। अगर क्लोजर ज्यादा लगता है तो आप पहले देख लीजिए कि आप जब नया लेकर रहे हैं तो इसमें आपका कितना ब्याज जाएगा। क्या बेनिफिट है। सब कुछ गुणा गणित करते हुए तब आप ऐसा काम करिएगा। और ऐसा भी हो सकता है कि कुछ ड्यूरेशन के बाद क्लोज़र नहीं लगता है तो कोई दिक्कत नहीं है। आपका एक भी पैसा नहीं लगेगा। आपका काम हो जाएगा। तो यही छोटा सा अपडेट देना था क्योंकि इस तरह से बहुत से लोग लाभ ले रहे हैं। अगर आपके सामने ऐसी कंडीशन है तो आप इसका लाभ ले सकते हैं।

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